आज हम इस बारे में आपको बताएंगे| हो सकता है आप में से बहुत से लोगों को ये पता हो की Visheshan Ke Kitne Bhed Hote Hain| लेकिन ऐसे लोगों की संख्या भी बहुत अधिक है जिन्हें नहीं पता है कि Visheshan Ke Kitne Bhed Hote Hain|
चलिए हम आपको बता देते हैं कि विशेषण के कितने भेद होते हैं| लेकिन उससे पहले जान लीजिए विशेषण होता क्या है? विशेषण के बारे में हर एक बारीकी जानने के लिए हमारे साथ आपको अंत तक बने रहना पड़ेगा|
विशेषण किसे कहते हैं?
विशेषण वो शब्द होते हैं जो हमें किसी भी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता का बोध कराते हैं| ये शब्द संज्ञा या सर्वनाम के साथ लगते हैं ताकि उस व्यक्ति या वस्तु की विशेषता पता चल सके|
उदाहरण 1 :
राम तेज़ दौड़ता है|
संज्ञा = राम
क्रिया = दौड़ना
विशेषण = तेज़
इस उदाहरण में हमने राम की विशेषता जानी| हमने जाना की राम तेज़ दौड़ता है| दौड़ने की क्रिया राम कर रहा है लेकिन वो कैसे दौड़ रहा है यही विशेषण कहलाता है| यानी क्रिया को करने का तरीका| राम तेज़ दौड़ता है तो ये उसका विशेषण हुआ की राम कैसे दौड़ता है? ‘तेज़’|
उदाहरण 2 :
राम धीरे धीरे दौड़ रहा है|
दोस्तों इस वाक्य में भी संज्ञा same है| क्रिया भी same है जो ऊपर बताई गई है यानी दौड़ना| लेकिन यहां पर विशेषण बदल गया| इस sentance में हमने आपको बताया की राम धीरे धीरे दौड़ रहा है|
संज्ञा = राम
क्रिया = दौड़ना
विशेषण = धीरे धीरे
यानी की धीरे धीरे दौड़ना राम की विशेषता है|
विशेषण और विशेष्य में क्या अंतर है?
दोस्तों, विशेषण वो है जो हमें किसी की विशेषता बताता है| वहीं दूसरी ओर हम जिसकी विशेषता बताते हैं उसे विशेष्य कहते हैं| विशेष्य कोई व्यक्ति या वस्तु कोई भी हो सकता है|
Visheshan Ke Kitne Bhed Hote Hain?
दोस्तों, बचपन से हम पढ़ते आ रहे हैं विशेषण के बारे में| इसके मुख्य रूप से चार भेद होते हैं|
गुणवाचक विशेषण
परिमाणवाचक विशेषण
संख्यावाचक विशेषण
सार्वनामिक या संकेतवाचक विशेषण
गुणवाचक विशेषण
विशेषण के इस प्रकार में किसी भी संज्ञा या सर्वनाम के गुण, भाव, दशा, दोष, रंग, समय, स्थान, आकार आदि की विशेषता बताई जाती है|
उदाहरण 1
लक्ष्मण अच्छा व्यक्ति है|
इस वाक्य में लक्ष्मण की विशेषता बताई गई है|
यहां पर लक्ष्मण का गुण बताया गया है की वो अच्छा व्यक्ति है| इस वाक्य में अच्छा होना लक्ष्मण की विशेषता है| इसलिए इसे गुणवाचक विशेषण कहा जा सकता है|
उदाहरण 2
राहुल बुरा व्यक्ति है| इसमें राहुल संज्ञा है तथा बुरा होना उसका विशेषण है| इसलिए इस वाक्य में गुणवाचक विशेषण का प्रयोग किया गया है|
परिमाणवाचक विशेषण
ऐसे शब्द जो हमें किसी भी संज्ञा अथवा सर्वनाम के नापतौल और मात्रा का ज्ञान कराते हैं वो शब्द परिमाणवाचक विशेषण की श्रेणी में आते हैं|
उदाहरण :
दो किलो आम, एक दर्जन केला, तीन किलो दाल आदि| इसमें संज्ञा हैं आम, केला और दाल| विशेषण हैं दो दिलो, एक दर्जन और तीन किलो|
संख्यावाचक विशेषण :
वो शब्द जो हमें संज्ञा या सर्वनाम के की संख्या का ज्ञान कराते हैं उन्हीं को संख्यावाचक विशेषण कहा जाता है|
उदाहरण :
मैं चौथी कक्षा में पढ़ता हूं| इस वाक्य में मैं संज्ञा है और चौथी कक्षा उसका विशेषण है| इसमें चौथी कक्षा शब्द में चौथी संख्यावाचक शब्द है|
संकेतवाचक विशेषण
दोस्तों, ये ऐसे शब्द होते हैं जो संज्ञा के आगे जुड़कर उस संज्ञा की ओर संकेत करते हैं|
उदाहरण
ये काली गाड़ी मेरी है| इस वाक्य में किसी एक गाड़ी के बारे में कहा गया है की ये जो काली गाड़ी है वो मेरी है| हो सकता है वहां और भी काली गाड़ियां हो लेकिन वाक्य में किसी एक की तरफ ही संकेत करके उसे अपनी गाड़ी बताया गया है| इसलिए इसे संकेतवाचक विशेषण की श्रेणी में रखा जाएगा|
निष्कर्ष (Conclusion)
Visheshan Ke Kitne Bhed Hote Hain| विशेषण के कितने भेद होते हैं इस बात की विस्तार से जानकारी हमने आपको इस article में दे दी है| हमने आपको बता दिया है कि विशेषण के चार भेद होते हैं| हर भेद की हमने उदाहरण सहित व्याख्या अपने इस article में की है| अगर आपको हमारा ये article पसंद आया हो और कुछ सीखने को मिला हो तो इसे अपने दोस्तों, रिश्तेदारों के साथ जरूर share करें|